बस इसी उम्मीद में बैठा हूँ ॥
एक गधा ( दूसरे गधे से )- यार मेरा मालिक मुझे बहुत
मारता है ।
दूसरा गधा -तो तू भाग क्यों नहीं जाता ?
पहला गधा - भाग तो जाता पर यहाँ भविष्य बहुत उज्वल
है ।
मालिक की खूबसूरत बेटी जब भी शरारत करती है तो मालिक
कहता है कि तेरी शादी मैं इस गधे से कर दूँगा । बस इसी उम्मीद में बैठा हूँ ॥
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